Clouds in Lonavala
जब जब दर्द क बादल छाया
जब गम का साया लहराया
जब आंसू पलकों तक आया
जब यह तनहा दिल घबराया
हमने दिल को ये समझाया
दिल आखिर तू क्यों रोता है
दुनिया में युही होता है
ये जो गहरे सन्नाटे हैं
वक़्त ने सबको ही बाटे है
थोड़ा गम है सबका किस्सा
थोड़ी धुप है सबका हिस्सा
आँख तेरी बेकार ही नाम है
हर पल एक नया मौसम है
क्यूँ तू ऐसे पल खोता है
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है..
- Zindagi na milegi dobara
Clouds in Lonavala
Tarun Chandel
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2 comments:
Amazing mood you have captured in this one!
Thanks Claus.
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